जदई पसल
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VEER BRAMHANE
• 2 hours ago
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जदई पसल
एक छट स शहर म मर नम क एक लडक रहत थ उस चतर बनन बहत पसद थ, पर उसक पस अचछ रग नह थ
एक दन, उस अपन दद क परन चज म एक चमकदर, जदई पसल मल जब भ मर उस पसल स कछ भ बनत, वह असल बन जत थ!
मर न एक गलब बनय, और वह सचमच महकन लग फर उसन एक सवदषट कक बनय, और वह भ असल ह गय! लकन मर न दख क उसक बनई हई चज कछ दर बद गयब ह जत थ उस समझ आय क जद सरफ खश बटन क लए ह, अपन लए चज जम करन क लए नह
उसन पसल स बचच क लए खलन बनए, गरब क लए खन बनय, और सबक मदद क
सख: सचच खश दसर क सथ बटन म ह, न क अपन पस सब कछ रखन म